तगड़ा शरीर बनाने के लिए कसरत ही क्यों करें। tagada sharir banana hai to kasrat Karen

 तगड़ा शरीर बनाना है तो कसरत करें। tagada sharir banana hai to kasrat Karen

BODY KAISE BANAYE

 कसरत, ‌ यह एक ऐसा शब्द है जिसे सुनने के बाद बहुत कुछ एहसास तो होता है। परंतु आजकल की जीवन शैली के आगे सब कुछ धुंधला पड़ जाता है और हम इसके बारे में एक या दो बात बढ़ा चढ़ाकर बोलते तो है पर कभी प्रयोग में नहीं लाते।

कसरत की परिभाषा - कसरत शरीर को स्वस्थ रखने के लिए एक अत्यंत आवश्यक उपाय है। जिसमें दंड लगाना, बैठक लगाना, दौड़ लगाना, अखाड़े में जोर लगाना, यह सभी कसरत के ही रूप हैं। इनके अलावा कोई भी खेल खेलना जैसे- हॉकी, टेनिस, फुटबॉल, पकड़म-पकड़ाई, और खो-खो यह भी कसरत के ही रूप में आते हैं।

सही कसरत क्या है? - आजकल के जवान ज्यादातर GYM का रूख़ कर रहे हैं। उनकी नजर में GYM करना भी कसरत है। उनकी सोच कुछ-कुछ ठीक है। क्योंकि GYM के अंदर भी शरीर के अंगों को हिलाया-डुलाया जाता है। जिससे शरीर की मांसपेशियां मजबूत होती है परंतु जिम के अंदर जो वजन उठाया जाता है, धकेला जाता है या खींचा जाता है वह हमारे लिए नुकसानदेह है। क्योंकि कसरत का सही अर्थ शरीर के वजन से ही शरीर को दौड़ाना, खींचना, धक्का लगाना, जोर लगाना और कसना होता है। इसके अतिरिक्त अगर आप कोई भी अन्य वजन लेकर ऊपर बताए हुए काम करते हैं। तो उसमें भी शरीर के अंगों को हिलाने डुलाने की क्रिया को आसान व सरल रखना होगा। अर्थात आपका शरीर ही आपका वजन होना चाहिए जिससे आप कसरत करते हैं।

कसरत कब करनी चाहिए - सुबह उठकर पानी पीकर पेट साफ करके किसी हवादार खुले स्थान पर कसरत करनी चाहिए। कसरत करने से पहले ध्यान रखें कि अगर आपके शरीर में किसी भी अंग में व्याधि उत्पन्न है। तो पहले उसे ठीक करें उसके बाद ही कसरत की शुरुआत करें।

 कसरत क्यों करनी चाहिए - जैसा कि ऊपर मैंने बताया कि कसरत हमारे स्वास्थ्य को बनाए रखती हैं और हमारे शरीर को बल प्रदान करती है। इसके अलावा शरीर में सूक्ष्म से सूक्ष्म नाड़ी में भी व्याधि उत्पन्न हुई है वह हमारे कसरत करने से नष्ट हो जाती है। जिससे हम दीर्घायु बनते हैं। सही कसरत करने से हमारा शरीर तगड़ा बनता है। जो हमारे लिए और हमारे परिवार की रक्षा के लिए अति आवश्यक है।

कसरत कितनी देर करनी चाहिए - कसरत हमेशा शरीर के अनुसार ही और शरीर को वजन मानकर ही करनी चाहिए। इसलिए कसरत सिर्फ उतनी देर ही करें जितनी देर तक आपके शरीर की क्षमता हो। हालांकि इस क्षमता को आप धीरे धीरे शरीर के अनुसार बढ़ाएं ना की जोश में आकर जल्दी के चक्कर में शरीर को खराब कर ले।

कसरत किसे करनी चाहिए - जो व्यक्ति मजदूरी करता है या फिर किसी तरह के उद्योग में काम करता है तो उसकी कसरत वहीं पर हो जाती है। परंतु जो व्यक्ति ज्यादातर दिमागी काम करता है। व्यापार करता है। पूरे दिन कंप्यूटर का काम करता है। अर्थात जिनकी दिनचर्या में शारीरिक काम बहुत कम होता है और दिमाग का काम बहुत ज्यादा होता है उनके लिए कसरत बहुत जरूरी है।

कसरत से हानि - शरीर के अनुसार और अनुकूल की गई कसरत कभी भी नुकसान देह नहीं होती बल्कि यह हमारे तेज, बल, बुद्धि और आयु को बढ़ाने वाली होती है। परंतु जब इसे शरीर के अनुकूल और अनुसार नहीं किया जाता है और शरीर को कष्ट देकर ज्यादा ज्यादा देर तक कसरत की जाती है। तो फिर यह नुकसानदेह साबित भी हो जाती है।